कल मेरे जाने के बाद
यूंही किसी शाम
चाय की चुस्कियां लेते हुए
किसी रोज़ मेरी कहानी सुनाना।
चाहो तो मेरी गलतियां,
मेरी बुरी आदतों के बारे में बताना,
पर तुम्हारा खास था में
यह जरूर जताना।
चाहो तो वक्त के साथ
मेरी बाकी यादें भुला देना,
बस किसी एक हसीन लम्हे को
याद कर के मुस्कुराना।